Site icon India & World Today | Latest | Breaking News –

लूटकांड का खुलासा : व्यापारी का नाबालिग कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड, 10 लाख रुपए बरामद

जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में 6 सितंबर की रात खाद व्यापारी से हुई 10 लाख रुपए की लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस लूट का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि व्यापारी के दुकान में काम करने वाला नाबालिग कर्मचारी ही निकला। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है और पूरी लूट की रकम बरामद कर ली है।

इंस्टाग्राम पर ‘किंग ऑफ नैला’ नाम से एक्टिव

पुलिस के मुताबिक नाबालिग आरोपी इंस्टाग्राम पर ‘किंग ऑफ नैला’ नाम से सक्रिय था। उसने वारदात से करीब एक हफ्ता पहले ही अपने दोस्तों विक्की पंडित और मुकेश सूर्यवंशी को लूट की योजना बताई थी। 6 सितंबर को जब शहर में गणेश विसर्जन चल रहा था, तब व्यापारी अरुण अग्रवाल अपनी दुकान का कलेक्शन लेकर स्कूटी से घर लौट रहे थे। इसी दौरान दो नकाबपोश युवकों ने सुनसान गली में उन्हें रोककर चाकू की नोक पर बैग छीन लिया और फरार हो गए।

पहले से रची थी साजिश

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि लूट की रात व्यापारी ने काम पर बुलाया था, जिससे नाबालिग को पूरा मूवमेंट पता था। उसने दिनभर काम करने के बाद रात में अपने साथियों को इंस्टाग्राम पर अंगूठा इमोजी का सिग्नल भेजा। दोनों आरोपी अंधेरे में पहले से छिपे थे और जैसे ही अरुण अग्रवाल गली में दाखिल हुए, उन्होंने धक्का देकर बैग लूट लिया।

साइबर टीम और डॉग स्क्वाड की मदद

वारदात के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, डॉग स्क्वाड और साइबर सेल की मदद ली। फुटेज में नाबालिग संदिग्ध गतिविधियों में दिखा। पुलिस ने पुराने मारपीट और चोरी के मामलों को खंगाला और धीरे-धीरे साजिश का राज खुल गया।

पेड़ के नीचे दबा रखी थी नकदी

तीनों ने कुल 10 लाख 40 हजार रुपए लूटे थे। इसमें से करीब 3 लाख 30 हजार खर्च के लिए निकालकर, बाकी रकम अमोरा गांव में केले के पेड़ के नीचे दबा दी थी। पुलिस ने वहां से रकम बरामद कर ली है।

पुराने आपराधिक रिकॉर्ड वाले साथी

आरोपियों में शामिल विक्की पंडित मूल रूप से बिहार का रहने वाला है, जो अमोरा गांव में रहता है। दूसरा आरोपी मुकेश सूर्यवंशी नैला का निवासी है। दोनों की दोस्ती जेल में हुई थी। पहले उन्होंने बोडसरा शराब दुकान से ढाई लाख रुपए की चोरी की थी और पकड़े नहीं गए थे, जिससे उनका हौसला बढ़ गया।

पुलिस टीम को पुरस्कार

मामले का खुलासा करने वाली 40 सदस्यीय पुलिस टीम को आईजी और एसपी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि टीम ने एक सप्ताह के भीतर लूटकांड सुलझाकर उत्कृष्ट कार्य किया है।

Exit mobile version