बीजापुर में तीन दिन से लापता पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की सनसनीखेज घटना सामने आई है। उनका शव एक सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया, जो ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े के पास स्थित था। पुलिस ने शव को बाहर निकालकर पंचनामा किया, जिसमें गंभीर चोटों के निशान मिले।
पुलिस जांच में पता चला कि मुकेश के सिर पर नुकीले हथियार से सात बार वार किया गया और माथे पर कुल्हाड़ी से चोट के निशान पाए गए। प्राथमिक जांच के अनुसार, उनकी हत्या गला घोंटकर की गई। इस मामले में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के भाई को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
हर एंगल से हो रही जांच – एसपी डॉ. जितेंद्र यादव
एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया, “हमने शाम 5 बजे लोकेशन के आधार पर चट्टान पारा इलाके में जांच की। संदिग्ध ठेकेदार के बाड़े के पास एक सेप्टिक टैंक को तोड़ा गया, जहां से शव बरामद हुआ। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और सभी संदिग्धों की गिरफ्तारी जल्द होगी।”
PCC चीफ दीपक बैज ने जताया शोक
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “मुकेश चंद्राकर निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते थे। उनकी हत्या बेहद डराने वाली घटना है। भाजपा शासन में पत्रकारों को अपनी जान की कीमत पर सच्चाई सामने लानी पड़ रही है। यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।”