कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में कोरोना से पहली मौत का मामला सामने आया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सोमवार रात 48 वर्षीय मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह घटना साल 2025 में जिले में कोरोना से हुई पहली मौत है।
लीवर की गंभीर बीमारी से पीड़ित था मरीज
मृतक मरीज की पहचान कोंडागांव जिले के फरसगांव निवासी के रूप में हुई है। वह पिछले सप्ताह इलाज के लिए कांकेर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज पहले से लीवर संबंधी गंभीर बीमारी से जूझ रहा था और इलाज के दौरान उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
कोविड वार्ड तक नहीं, तैयारियों की खुली पोल
कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद भी मरीज को किसी अलग कोविड वार्ड में नहीं रखा गया, क्योंकि अस्पताल में ऐसा कोई वार्ड ही मौजूद नहीं था। यह स्थिति तब है जब देशभर में कोरोना को लेकर फिर से अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से संक्रमण रोकने और मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था करने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन कांकेर जिले की इस घटना ने हकीकत को उजागर कर दिया है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं
जानकारी के अनुसार, अस्पताल में न तो आइसोलेशन की व्यवस्था थी और न ही मेडिकल स्टाफ को कोविड मरीज से निपटने के लिए विशेष निर्देश दिए गए थे। यही वजह रही कि संक्रमण के बावजूद सामान्य वार्ड में ही मरीज का इलाज चलता रहा, जिससे अन्य मरीजों और स्टाफ पर भी संक्रमण का खतरा मंडराता रहा।