Raipur : इस्कॉन रायपुर में रविवार को श्री चैतन्य-चरितामृत पर कथा हुई ,साथ ही भक्तों ने हरि नाम संकीर्तन का आनंद लिया। नरोत्तम प्रभु जी ने बताया कि भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु श्रीमती राधा रानी का भाव लिए स्वयं भगवान श्री कृष्ण है। भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव 1486 के फागुन मास की पूर्णिमा में पश्चिम बंगाल में नदिया, मायापुर नामक ग्राम में हुआ था।
भगवान श्री कृष्ण ने अनेक अवतार लिया जैसे वराह, नरसिंह, राम,परशुराम जिनमें उन्होंने अनेक असुरों का वध किया। लेकिन भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु एकमात्र ऐसे अवतार हुए हैं जिन्होंने किसी भी जीव का वध नहीं किया अपितु उन्होंने कृष्ण प्रेम के द्वारा हरि नाम संकीर्तन से अनेक पतित जीवन का उद्धार किया।

नरोत्तम प्रभु जी ने आगे कहा कि हरे कृष्ण महामंत्र युग तारक मंत्र है। इसके जाप और कीर्तन से जन्म मृत्यु के इस सागर से मुक्ति पाई जा सकती है।
भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु की कथा के बाद 200 से भी अधिक भक्तों ने एक साथ बैठकर भगवान के स्वादिष्ट महा प्रसाद का आनंद लिया।

25 मार्च 2024 को इस्कॉन रायपुर में गौर पूर्णिमा महा महोत्सव का आयोजन हो रहा है।
गौर पूर्णिमा महा महोत्सव की समय सारणी इस प्रकार है-
- प्रातः 10:00 बजे: परम पूज्य भक्ति सिद्धार्थ स्वामी महाराज जी द्वारा गौर कथा पर प्रवचन
- प्रवचन के बाद: हवन पूजा
- पूरे दिन: अखंड हरिनाम संकीर्तन
- शाम 6:30 बजे: श्री श्री गौर निताई का महा-अभिषेक
- महा-अभिषेक के बाद: भक्तों में महाप्रसाद वितरण