कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हाईवा चोरी की जांच के दौरान पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि हरियाणा के नूंह जिले के ग्राम राजाका का सरपंच जमील खान है, जिसके पास पाकिस्तान का वीजा भी मिला है। पुलिस ने जमील समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों से बरामद की गई 41 लाख से अधिक की संपत्ति
कवर्धा के एसपी धर्मेंद्र सिंह छवाई (IPS) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि गिरोह के पास से दो हाइवा, दो मोटरसाइकिल, एक कार और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। जब्त की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 41 लाख 60 हजार रुपये है।
गिरोह के अन्य सदस्य भी पकड़े गए
पकड़े गए आरोपियों में जमील खान के अलावा उजेर खान, मुसेद खान और समीम खान शामिल हैं। एक आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। यह गिरोह हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में सक्रिय था।
पाकिस्तान वीजा पर जमील का खुलासा
पूछताछ में जमील खान ने बताया कि उसका पाकिस्तान आना-जाना उसकी फूफी के कारण होता है, जो पाकिस्तान में रहती है। यही वजह है कि उसके पास पाकिस्तान का वैध वीजा है। यह जानकारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
साइबर टीम और DRG की भूमिका रही अहम
हाइवा चोरी के इस मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई थी। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा के आधार पर की गई जांच में आरोपियों तक पहुंचा गया। पूरे ऑपरेशन में थाना प्रभारी लालजी सिन्हा, साइबर टीम और DRG जवानों ने मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया।
SP ने बताया, यह गिरोह सुनियोजित तरीके से वाहनों की चोरी कर उन्हें दूसरे राज्यों में खपाता था। पुलिस अब गिरोह के नेटवर्क और सहयोगियों की तलाश में जुट गई है।