बस्तर। जिले के दलपत सागर वार्ड स्थित मां दंतेश्वरी ट्रामा एंड क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल का एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यह अस्पताल पिछले एक साल से एक मृत व्यक्ति के नाम पर अवैध रूप से संचालित हो रहा था। इस गड़बड़ी का खुलासा के बाद हुआ, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर अस्पताल में ताला जड़ दिया है।
जांच में सामने आया कि न सिर्फ अस्पताल, बल्कि उसके भीतर संचालित मेडिकल स्टोर भी उसी मृत व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत था। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अस्पताल में शासकीय डॉक्टरों की सेवाएं ली जा रही थीं। हाल ही में यहां एक तीन माह के मासूम का ऑपरेशन किया गया, जिसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मामले ने और गंभीर रूप ले लिया।
पहले हुई थी खानापूर्ति, अब हुई सख्त कार्रवाई
पहले जब स्वास्थ्य विभाग ने औपचारिक जांच की थी, तो मात्र ₹20,000 का जुर्माना लगाकर मामला खत्म कर दिया गया था। लेकिन मामले ने तूल पकड़ा और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के हस्तक्षेप पर सीएमएचओ की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर ताला लगा दिया।
CMHO की सख्त चेतावनी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बासाक ने स्पष्ट कहा कि “अगर इस अस्पताल में दोबारा किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय गतिविधि पाई गई, तो इसे हमेशा के लिए सील कर दिया जाएगा। साथ ही इसके संचालक को भविष्य में किसी भी प्रकार का स्वास्थ्य संस्थान संचालित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”