Bhuteshwar Nath : महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर, उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर, गरियाबंद में भी भोलेनाथ की शानदार बारात निकाली गई। इस अनूठी बारात में भूत-पिशाचों के वेश में शामिल हुए श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की भक्ति का अद्भुत प्रदर्शन किया।

मरौदा से निकली पालकी:
यह भव्य बारात मरौदा स्थित विश्व प्रसिद्ध भूतेश्वर नाथ मंदिर से शुरू हुई। बाबा भूतेश्वर नाथ की पालकी को भक्तों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ गरियाबंद नगर की यात्रा करवाई।
सुभाष चौक से भूत-पिशाचों का समावेश:
सुभाष चौक से भूत-पिशाचों के वेश में भक्तों की एक टोली बारात में शामिल हुई। इन भक्तों ने भयानक वेशभूषा धारण कर भगवान शिव के प्रति अपनी अटूट भक्ति व्यक्त की।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
बारात के दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने बाबा भूतेश्वर नाथ की पालकी का स्वागत किया। भक्तों ने फूलों की वर्षा कर और “हर-हर महादेव” के जयकारों से बारात का उत्साह बढ़ाया।
नई परंपरा की शुरुआत:
महादेव सेना द्वारा शुरू की गई यह नई परंपरा निश्चित रूप से भक्तों के बीच भगवान शिव के प्रति भक्ति और आस्था को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भी हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर भूत-पिशाचों की बारात निकाली जाती है। यह बारात भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय है।