जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा से लगे आंध्रप्रदेश के मारडेपल्ली जंगलों में ग्रेहाउंड्स फोर्स और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। इस एंटी नक्सल ऑपरेशन में तीन शीर्ष नक्सली कमांडरों को मार गिराने का दावा किया गया है। मारे गए नक्सलियों में नक्सली कमांडर गाजरला उर्फ़ उदय, खूंखार नक्सली चलपति की पत्नी वीआरएल चैतन्य उर्फ अरुणा और एक अन्य महिला नक्सली अंजू शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार, किंतुपुरु फॉरेस्ट क्षेत्र में तड़के से मुठभेड़ जारी थी। दोनों ओर से हुई करीब 25 मिनट की तीव्र गोलीबारी के बाद तीन शव बरामद किए गए। मौके से एके-47 राइफलों सहित अन्य हथियार भी जब्त किए गए हैं। फिलहाल जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है।
गौरतलब है कि गजराला रवि उर्फ उदय कभी पीपुल्स वार ग्रुप का हिस्सा रहा था और वर्ष 2004-05 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल में शांति वार्ता में भी शामिल हुआ था। वहीं अरुणा आंध्र प्रदेश जोनल कमेटी की सदस्य थी और कई हिंसक वारदातों में शामिल रही है।
इस कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने बयान देते हुए कहा है कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की संख्या को लेकर पूरी पुष्टि के बाद ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी। उन्होंने इसे सुरक्षाबलों की रणनीतिक जीत बताया।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में गरियाबंद जिले में हुई एक और मुठभेड़ में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य और एक करोड़ के इनामी चलपति मारा गया था, जो ओडिशा कैडर का सक्रिय नक्सली था। अब उसकी पत्नी अरुणा के मारे जाने की खबर ने सुरक्षा बलों के अभियान को और मजबूती दी है।