Vande Bharat train : छत्तीसगढ़ में दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है, लेकिन दोनों ट्रेनों की मांग में भारी अंतर देखा जा रहा है। बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन जहां लगभग हाउसफुल चल रही है, वहीं दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत ट्रेन में 83 प्रतिशत बर्थ खाली जा रही हैं, जिससे रेलवे को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन में केवल 8 कोच होने के कारण बर्थ की संख्या कम है, जिससे अक्सर वेटिंग लिस्ट बनती है। ट्रेन की एक्यूपेंसी 117 प्रतिशत तक पहुंच जाती है। दूसरी ओर, 16 कोच वाली दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की कमी के कारण यह लगभग खाली रहती है।
रैक अदला-बदली से समस्या का समाधान
इस स्थिति को देखते हुए, रेलवे ने दोनों ट्रेनों के रैकों की अदला-बदली पर विचार किया है। इस योजना के तहत दुर्ग-विशाखापट्टनम ट्रेन के 16 कोच वाले रैक को बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत के 8 कोच वाले रैक के साथ बदला जाएगा। इससे बिलासपुर-नागपुर ट्रेन में यात्रियों को अधिक बर्थ मिलेंगी और कंफर्म टिकट की संभावना बढ़ेगी। वहीं, दुर्ग-विशाखापट्टनम ट्रेन को 8 कोच के साथ चलाने पर उसकी एक्यूपेंसी भी 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी, जिससे रेलवे के नुकसान को भी कम किया जा सकेगा।
टाइम-टेबल में बदलाव की संभावना
इसके साथ ही, रेलवे इन दोनों ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव करने पर विचार कर रहा है। प्रस्तावित योजना के अनुसार, बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन के रायपुर पहुंचने के 5 मिनट बाद दुर्ग-विशाखापट्टनम वंदे भारत ट्रेन रायपुर पहुंचेगी। इससे बिलासपुर के यात्रियों को विशाखापट्टनम तक की यात्रा के लिए वंदे भारत ट्रेन की सुविधा मिल सकेगी और दुर्ग-विशाखापट्टनम ट्रेन भी अधिक यात्रियों को आकर्षित कर सकेगी।