मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू की चीन यात्रा के बाद भारत पर निशाना साधने के उनके अतिराष्ट्रवादी रुख को शनिवार को उस समय बड़ा झटका लगा, जब उनकी पार्टी माले में मेयर का चुनाव हार गई।
मोइज्जू की पार्टी पीएनसी की उम्मीदवार अजीमा शकूर को एमडीपी के एडम अजीम ने हराकर मेयर चुनाव जीता है। यह जीत मोइज्जू के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि माले मालदीव की राजधानी है, और यह चुनाव देश के राजनीतिक माहौल का एक महत्वपूर्ण संकेत माना जाता है।
मोइज्जू ने हाल ही में चीन का दौरा किया था, और वहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। इस दौरे के दौरान, दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें चीन द्वारा मालदीव में बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं को वित्तपोषित करने का समझौता भी शामिल था।
मोइज्जू की चीन यात्रा और भारत पर उनके हमलों की भारत में व्यापक रूप से आलोचना (#boycottmaldives) की गई थी। कई लोगों ने आरोप लगाया कि मोइज्जू मालदीव को चीन के कर्ज के जाल में फंसा रहे हैं।
माले मेयर चुनाव में पीएनसी की हार को मोइज्जू की चीन नीति के खिलाफ जनमत के रूप में देखा जा रहा है। यह हार मोइज्जू के लिए एक चेतावनी भी है कि उन्हें भारत के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने की जरूरत है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि मोइज्जू इस हार पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।