कुवैत के मंगाफ इलाके में मजदूरों के रहने वाली एक छह मंजिला इमारत में बुधवार तड़के आग लग गई, जिसमें कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। मृतकों और घायलों में बड़ी संख्या में भारतीयों के शामिल होने की आशंका है।
सूत्रों के अनुसार, आग इमारत के रसोईघर में शुरू हुई और जल्दी से पूरी इमारत में फैल गई। इमारत में करीब 160 लोग रहते थे, जो एक ही कंपनी के कर्मचारी हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि इस हादसे में 30 भारतीय घायल हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय राजदूत घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है। मेरी संवेदनाएँ उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं प्रार्थना करता हूँ कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएँ। कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहाँ के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।”
कुवैत की सरकार ने इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।