Ambikapur : छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में संजय पार्क में जंजीरों में जकड़े और पिंजरे में कैद बंदरों को देखकर लोग काफी हैरान और दुखी होते हैं। इन बंदरों की पीड़ा देखकर कई सवाल उठते हैं कि आखिर इन बंदरों का अपराध क्या है?
ये बंदर मस्ती-मस्ती में शहर पहुंच गए थे। वन विभाग ने उन्हें पकड़ा और रेस्क्यू सेंटर संजय पार्क में लाकर कैद कर दिया। वन विभाग का काम है जंगल से भटककर शहर पहुंचे जानवरों को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ना। लेकिन हैरानी की बात है कि वन विभाग इन बंदरों को जंगल में छोड़ना भूल गया।
संजय पार्क में कैद बंदरों की पीड़ा को देखकर दाना पानी देने वाले कर्मचारी भी बंदरों को जंगल में छोड़ने के लिए अधिकारियों से फरियाद लगा चुके हैं, लेकिन अधिकारियों को इन कैद बंदरों की परवाह नहीं है।
महीनों से कैद होने से बंदरों के जान को खतरा हो सकता है। पशु प्रेमी इस लापरवाही से हैरान और दुखी हैं।
अंबिकापुर वन विभाग के एसडीओ नविन निराला का कहना है कि बंदरों को रेस्क्यू कर संजय पार्क में रखा गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बंदरों को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा।