भोपाल। मध्य प्रदेश की मोहन यादव कैबिनेट ने मंगलवार को कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिनका सीधा असर प्रदेश के किसानों, महिलाओं और स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एक नई नीति लाई जाएगी, दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देकर भी उनकी आमदनी बढ़ाने की तैयारी है। साथ ही सतना मेडिकल कॉलेज के लिए 383 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। वहीं, लाडली बहना योजना को लेकर उठ रही अफवाहों पर भी मुख्यमंत्री ने विराम लगा दिया है।
किसानों के लिए नई पॉलिसी और दुग्ध उत्पादन पर जोर
कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए प्रदेश स्तर पर नई कृषि नीति बनाई जाएगी। सरकार केवल उत्पादन नहीं, बल्कि उचित मूल्य दिलाने की रणनीति पर भी काम कर रही है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना लाई जाएगी जिससे ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को अतिरिक्त आमदनी का जरिया मिलेगा।
सतना मेडिकल कॉलेज को मिला 383 करोड़
कैबिनेट में सतना मेडिकल कॉलेज के लिए 383 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है, जो जिले स्तर पर भी काम करेगी। प्रदेश को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में भी सरकार तेजी से काम कर रही है।
लाडली बहना योजना बंद नहीं होगी
कैबिनेट बैठक से पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने लाडली बहना योजना को लेकर चल रही अफवाहों पर स्पष्ट किया कि यह योजना कभी बंद नहीं होगी। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को मंडला में आयोजित कार्यक्रम में 23वीं किस्त बहनों के खातों में ट्रांसफर की जाएगी। अब यह राशि हर महीने की 10 से 15 तारीख के बीच ट्रांसफर की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि कुछ लोग इस योजना को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और यह योजना आगे भी लगातार जारी रहेगी।