इंदौर में एक महिला ने कुछ बच्चों से भीख मंगवाकर 45 दिन में 2.5 लाख रुपए कमाए थे। यह घटना सामने आने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है और चार सप्ताह के अंदर इस मामले में जवाब मांगा है।
NHRC ने इस मामले को बच्चों के मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन बताया है। आयोग ने कहा है कि महिला द्वारा बच्चों को भीख मंगवाकर उनका शोषण किया गया है और यह बाल श्रम का एक गंभीर मामला है।
NHRC ने मध्य प्रदेश सरकार से इस मामले की जांच करवाने और महिला के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, आयोग ने सरकार से यह भी पूछा है कि वह भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाएगी।
यह घटना एक बार फिर से भारत में बाल श्रम की समस्या को उजागर करती है। सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।