तखतपुर. प्रदेश संगठन के आह्वान पर नगरीय निकाय के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके कारण नगर की सारी व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं। हड़ताल के चलते सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, और शहर के विभिन्न हिस्सों में कूड़े और गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। इससे उठती बदबू शहरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन गई है, और जिनके घरों के पास यह गंदगी फैली है, उनके लिए घर में रहना मुश्किल हो गया है।
नगर में फैली गंदगी से बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। मवेशी कचड़े में फेंके गए खाद्य पदार्थों के चक्कर में पन्नी भी खा रहे हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। कचड़े के साथ फेंके गए कांच और नुकीली चीजें भी जानवरों के लिए खतरे का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा, नगर में पानी की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। रोजाना पानी की सप्लाई अब कभी-कभार ही हो रही है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें
नगरीय निकाय कर्मचारियों ने अपनी मुख्य मांगें सरकार के सामने रखी हैं:
- वेतन भुगतान: नियमित कर्मचारियों का वेतन ट्रेजरी के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए।
- प्लेसमेंट ठेका प्रथा: इस प्रथा को बंद कर, वेतन भुगतान नगर निकाय के माध्यम से किया जाए और ठेका कर्मचारियों को सम्मान निधि के रूप में 4000 रुपये प्रदान किए जाएं।
- ओल्ड पेंशन योजना: नगरीय निकायों में ओल्ड पेंशन योजना लागू की जाए।
- अनुकंपा नियुक्ति: मृतक कर्मचारी के परिवार के सदस्य को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए।
- पदोन्नति: 12 साल की सेवा पूर्ण करने पर कर्मचारियों को पदोन्नति दी जाए।
- वेतनमान एरियर्स: 6वें और 7वें वेतनमान की एरियर्स राशि का भुगतान शीघ्र किया जाए।
- स्वच्छता कर्मचारियों का नियमितीकरण: सफाई कर्मचारियों के पदों को नियमित किया जाए और बकाया पदों पर प्राथमिकता से नियुक्ति की जाए।
- स्वच्छता दिदियों का मानदेय: स्वच्छता दिदियों का मानदेय कलेक्टर दर पर भुगतान किया जाए और सप्ताह में एक दिन छुट्टी दी जाए।