प्रयागराज के चक दलित बस्ती में गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी भाईचारे की एक मिसाल देखने को मिली। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वी उत्तर प्रदेश सहसंयोजक फरीद साबरी के नेतृत्व में नवरात्रि के पवित्र अवसर पर नवमी के दिन नौ कन्याओं का पूजन किया गया। देवी के रूप में पूजी जाने वाली इन कन्याओं के पैर में आलता लगाकर और दही-जलेबी खिलाकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही उन्हें शिक्षा से संबंधित सामग्री भी उपहार में दी गई।
फरीद साबरी ने इस कार्यक्रम के जरिए बेटियों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों में बेटियों का स्थान बहुत ऊंचा है। हिंदू धर्म में बेटियों को देवी का रूप माना जाता है, जबकि मुस्लिम समाज में उन्हें रहमत कहा जाता है। यह आपसी समझ और सम्मान का प्रतीक है और हमें इसे आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने नारी सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे सरकारी प्रयासों, जैसे “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान और महिला हेल्प डेस्क के महत्व को भी रेखांकित किया, जो महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू किए गए हैं।
इस कार्यक्रम ने समाज को नारी के प्रति सम्मान और भाईचारे की भावना को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया।