Dantewada : छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सल विरोधी अभियान लोन वर्राटू (घर वापसी) के तहत एक और सफलता हासिल हुई है। पूर्वी बस्तर डिवीजन के बयानार एरिया कमेटी के जन मिलिशिया कमांडर धनरू ने पुलिस अधीक्षक (SP) गौरव रॉय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
समर्पण के बाद मिलेगा पुनर्वास लाभ
धनरू को सरकार की समर्पण और पुनर्वास नीति के तहत 25 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके साथ ही, वह समर्पित नक्सलियों के लिए लागू सभी योजनाओं का लाभ भी उठा सकेगा।
नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़ की ओर कदम
भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य के तहत सुरक्षा बल लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कार्यवाही कर रहे हैं। साथ ही, सरकार माओवादियों को मुख्यधारा में जुड़ने का अवसर भी दे रही है, ताकि वे प्रदेश के विकास में भागीदार बन सकें। इसके लिए लोन वर्राटू अभियान के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को एक नया जीवन और दिशा मिल रही है।
लोन वर्राटू अभियान की सफलता
अब तक दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत 206 इनामी नक्सलियों सहित कुल 884 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं। यह अभियान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास लाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है। लोन वर्राटू न केवल नक्सलियों को पुनर्वास का मौका दे रहा है, बल्कि क्षेत्र में शांति और विकास के नए दरवाजे भी खोल रहा है।