छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से नगर पालिक और निकायों में लगातार अविश्वास प्रस्ताव लाए जा रहे हैं। अब नगर पालिक निगम जगदलपुर के सभापति की कुर्सी भी खतरे में है। उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 11 मार्च को मतदान होगा।
इस बीच, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष दीपक बैज ने सभापति की कुर्सी बचाने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। पूर्व विधायक रेखचंद जैन और रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने आदेश जारी किया है. आदेश तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए पर्यवेक्षकों से कहा गया है कि बिना देर किये नगर पालिक निगम जगदलपुर का दौरा कर जिला और ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के साथ बैठक कर पार्टी के स्थानीय वरिष्ठ नेताओं और पार्टी संगठन के निर्वाचित पार्षदों के साथ समन्वय स्थापित करें. साथ ही 11 मार्च 2024 को प्रस्तावित अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध मतदान कराकर सफल बनाने की दिशा में समुचित कार्यवाही करें
यह घटनाक्रम छत्तीसगढ़ में राजनीतिक उथल-पुथल का संकेत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि 11 मार्च को क्या होता है। यदि अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो यह कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका होगा।