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ननों की गिरफ्तारी पर गरमाई सियासत, INDIA गठबंधन के सांसद रायपुर पहुंचे – कल संसद में गूंजेगा मुद्दा!

रायपुर। दुर्ग रेलवे स्टेशन पर दो ननों की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है। इन ननों पर मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में दुर्ग जीआरपी द्वारा कार्रवाई की गई थी। अब कांग्रेस सांसदों का प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करने पहुंचा और इसे अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों पर सीधा हमला बताया है।

सांसदों के दल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेनी बहनन, फ्रांसिस जॉर्ज, एनके प्रेमचंदन, अनिल ए थॉमस, पूर्व छत्तीसगढ़ प्रभारी सप्तगिरी उल्का और जरीता लैतफ़लांग शामिल थे। उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि ननों पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और यह अल्पसंख्यकों के खिलाफ संगठित हमला है।

केरल से सांसद एनके प्रेमचंदन ने आरोप लगाया कि बजरंग दल ने मनगढंत आरोप लगाकर ननों और उनके साथ मौजूद युवक को रोका, जबकि वे केवल युवतियों को काम के लिए लेकर जा रहे थे। उन्होंने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए कहा कि ओडिशा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मणिपुर जैसे बीजेपी शासित राज्यों में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं।

उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर मामले को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केवल एक मामूली केस नहीं है, बल्कि संविधान में दिए गए धार्मिक अधिकारों पर चोट है।

सांसदों ने यह भी कहा कि देशभर में क्रिश्चियन समुदाय पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि एक महीने पहले दो प्रीस्ट पर हमला किया गया था, जो अब भी अस्पताल में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस गंभीर मामलों में भी महज औपचारिक एफआईआर दर्ज करती है।

प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, गृह मंत्री विजय शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री सहित बिशप से भी मुलाकात करेगा। इसके बाद रिपोर्ट कांग्रेस आलाकमान को सौंपी जाएगी और संसद में यह मामला जोरशोर से उठाया जाएगा।

पूरा मामला क्या है?
25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दो ननों और एक युवक को रोका। आरोप था कि वे नारायणपुर की तीन युवतियों को बहला-फुसलाकर आगरा ले जा रहे थे। विरोध के बाद तीनों को GRP को सौंपा गया। जांच के बाद धर्मांतरण की धारा 4 के तहत केस दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

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