05 December Rashifal: इन राशि के जातकों को बातचीत में संयत रखने की आवश्यकता, पढ़िए अपना आज का राशिफल
मेष राशि:05 December Rashifal: मन परेशान रहेगा। व्यर्थ के क्रोध और विवादों से दूर रहें। अपने [more…]
Cyclone Michaung: आ रहा चक्रवाती तूफान मिचौंग, जानिए छत्तीसगढ़ में कितना होगा प्रभावित
दिसंबर की शुरूआत हो चुकी है, और इन्हीं दिनों में एक चक्रवाती तूफान मिचौंग के आने [more…]
छत्तीसगढ़ी भाषा राज्य में पूर्ण रूप से स्थापित करें सरकार तभी सही तथ्य में मनाया जायेगा राजभाषा दिन – डॉ परदेशी राम वर्मा
रायपुर एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन द्वारा रायपुर स्थित वृंदावन सभागृह में छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस का आयोजन [more…]
एक शिक्षिका का जूनून, स्मार्ट बने सब स्कूल। शिक्षा में तकनीकी प्रयोग का नया युग
एक शिक्षिका ने समाज के सामने ऐसा उदाहरण पेश किया, जिसकी सभी प्रशंसा कर रहे हैं [more…]
छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस विंदावन हाल सिविल लाइन्स मे होंगी आयोजित
रायपुर: युवा भाषाई संगठन एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के तत्वधान मे छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस का [more…]
वक्ता मंच ने वृद्धाश्रम में “खुशियों वाली दीवाली” मनाई
रायपुर l प्रदेश की प्रतिष्ठित सामाजिक एवं साहित्यिक संस्था “वक्ता मंच” द्वारा 16 नवंबर की रात [more…]
शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर
शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायपुर में कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें महाविद्यालय की लगभग 400 छात्रों ने विविध कलाकृति जैसे कछुआ,स्वागत पट्टी,दीपतालिका सैंधव कालीन बैल आदि का निर्माण बड़ी सुंदर ढंग से किया ।
कार्यक्रम की प्रशिक्षिका श्रीमती निवेदिता पांड्या कलाकृति विशेषज्ञ एवं एवं सोनाली वैद्य के नेतृत्व में कार्यक्रम पूर्णता को प्रदान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन इतिहास विभाग शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला महाविद्यालय रायपुर के तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की सफलता पर प्राचार्य डॉक्टर किरण गजपाल ने बधाई देते हुए कहा कि कौशल विकास कार्यक्रम छात्राओं के कला को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा कार्यक्रम के संयोजक डॉ शंपा चौबे रही उन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ सरिता दुबे, डॉ महेंद्र सार्वा, डॉ नितिन पांडे ,श्री शुभम दिव्य सहित महाविद्यालय परिवार का योगदान सराहनीय रहा है। महाविद्यालयीन छात्राओं ने कौशल विकास द्वारा सीखी गई विविध कलाकृतियों को अपने जीवन का महत्वपूर्ण अध्याय माना भविष्य में इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित करने हेतु निवेदन प्रस्तुत किए।




