फिरोजपुर। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने शनिवार को फिरोजपुर के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। कांग्रेस नेताओं ने बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर कड़ी आलोचना की और बाढ़ की स्थिति को प्रशासनिक विफलता का परिणाम बताया।
भूपेश बघेल का केंद्र सरकार पर हमला
पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने बाढ़ संकट को लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि बाढ़ का कारण अवैध खनन है।
बघेल ने सवाल उठाया— “डैम के गेट पहले कब खोले गए और अब कब खोले गए? इतनी बड़ी मात्रा में पानी एक साथ क्यों छोड़ा गया? इसका जवाब केंद्रीय मंत्री को देना चाहिए।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर समय रहते डैमों से पानी छोड़ा गया होता, तो यह स्थिति पैदा ही नहीं होती। बघेल ने कहा कि सरकार अब तक यह रिपोर्ट भी तैयार नहीं कर सकी है कि बाढ़ में कितने लोग और पशु मरे, कितने घर क्षतिग्रस्त हुए और कितनी फसलें बर्बाद हो गईं।
बाजवा का आरोप – सफाई के नाम पर हुआ घोटाला
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि नहरों और नालों की सफाई के लिए हर साल सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और है।
उन्होंने कहा— “नालों और नहरों की सफाई सही समय पर नहीं की गई। सरकार ने सिर्फ कागजों पर काम दिखाया और करोड़ों रुपये का गबन कर लिया। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।”
राजा वडिंग ने दिया पीड़ितों को भरोसा
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि मौजूदा हालात सरकार की नाकामी का नतीजा हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुश्किल समय में उनके साथ मजबूती से खड़ी है।
वडिंग ने कहा कि कांग्रेस राशन, भोजन, पशुओं के लिए चारा और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ेगी।
कांग्रेस का संयुक्त आरोप – लापरवाही की मार झेल रहे लोग
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बाढ़ प्राकृतिक आपदा से ज्यादा सरकारी लापरवाही का नतीजा है। यदि समय रहते नहरों की सफाई और डैम प्रबंधन ठीक से किया जाता तो हालात इतने भयावह नहीं होते।
अब कांग्रेस ने मांग की है कि बाढ़ से प्रभावित किसानों और ग्रामीणों को तुरंत मुआवजा दिया जाए और नुकसान का सही आकलन कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।