शासकीय दूधाधारी बजरंग स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय रायपुर में आज महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्राओं का संगठन एवं इतिहास विभाग द्वारा”नारायणी नमोस्तुते” एकदिवसीय कार्यक्रम पर गुजरात की प्रतीक- गरबा का आयोजन विभिन्न छात्राओं के द्वारा हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया l
कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजन अर्चन सह दीप प्रज्वलन किया गया। सर्वप्रथम प्राचार्य महोदय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन के दौरान नव दुर्गा को शक्ति स्वरूपा संचार का माध्यम बताया ।
कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए स्वागत भाषण के अंर्तगत कार्यक्रम की संयोजक डा. शम्पा चौबे ने दुर्गा पूजा का ऐतहासिक महत्व एवं कार्यक्रम के उद्देश्य को माता के नव दुर्गा रूप पर प्रकाश डाला। हिंदी- विभाग की विभागाध्यक्ष डा सविता मिश्रा ने नवरात्रि में रात्रि का विशेष महत्व होता है कहा । रात्रि में आध्यात्मिक शक्ति जागृत हो जाती है, मनुष्य के शरीर के नौ द्वार में आदिशक्ति संचारित होती है। डा. सत्येंदु शर्मा ने नवदुर्गा के अलग-अलग रूपों की चर्चा की । डा मधुलिका अग्रवाल ने नवरात्रि के आर्थिक पक्ष को प्रकाशित किया।
डा सरिता दुबे ने छत्तीसगढ़ में नवरात्रि में महामाया के रूप के प्रभाव और दर्शन सिद्धि पर प्रकाश डाला। डा वासु वर्मा एवम अनुभा झा ने अल्पना, रंगोली सजावट और सौंदर्य का जीवन में महत्व पर सारगर्भित व्याख्यान दिया, कार्यक्रम का संचालन डा कल्पना मिश्रा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर डा प्रीति शर्मा, डा मनीषा महापात्र, डा रश्मि मिंज, डा नंदा गुरूवारा डॉ महेंद्र सार्वा नितिन पांडे एवम समस्त प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, कर्मचारीगण तथा शोधार्थी एवम छात्राएं उपस्थित थीं।