रायपुर। राजधानी रायपुर के बेबीलॉन टॉवर में मंगलवार देर रात अचानक आग लग गई। हालांकि जिला प्रशासन, पुलिस और कुछ साहसी युवाओं की त्वरित कार्रवाई के चलते बड़ी दुर्घटना टल गई और सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाने वाले जांबाजों को गुरुवार को कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने दिए तत्काल निर्देश
जैसे ही आगजनी की खबर सामने आई, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जिला प्रशासन को तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने खासतौर पर इस बात पर जोर दिया कि किसी भी हालत में जनहानि न हो। सीएम और सचिवालय लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे और हर पल की जानकारी ले रहे थे।
मौके पर जुटा प्रशासन और पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह, नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, जिला पंचायत सीईओ कुमार बिश्वरंजन, एडीएम उमाशंकर बंदे, एसडीएम नंदकुमार चौबे और पुलिस-प्रशासन की पूरी टीम मौके पर पहुंच गई। अग्निशमन दल और एसडीआरएफ की टीम ने संयुक्त रूप से आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित निकालने का काम किया। इस दौरान एक दिव्यांग व्यक्ति को गोद में उठाकर बाहर लाया गया।
जांबाजों की बहादुरी
रेस्क्यू ऑपरेशन में सोमेश साव, देवाशीष बरिहा, आकाश साहू, विशाल यादव, अभिषेक सिन्हा और ए. वेनूगोपाल जैसे युवाओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना आग में फंसे लोगों को बाहर निकाला। जिला सेनानी अधिकारी पुष्पराज सिंह और तेलीबांधा थाना टीआई ने भी राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाई।
सोमेश साव ने बताया कि उनके मित्र से आगजनी की सूचना मिलते ही वे मात्र 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गए। वहां मौजूद फायर उपकरणों को इकट्ठा कर सीढ़ियों से ऊपर चढ़ते हुए उन्होंने फ्लोर-दर-फ्लोर आग बुझाने का प्रयास किया। नगर निगम के फायर ब्रिगेड कर्मचारी ए. वेनूगोपाल ने युवाओं को गीले कपड़ों को मास्क की तरह इस्तेमाल करने की सलाह दी। इसके बाद वे भी टीम के साथ आग बुझाने और लोगों को बाहर निकालने में जुट गए।
प्रशासन ने किया सम्मानित
कलेक्टर और एसएसपी ने इन जांबाज युवाओं को शॉल और किताब देकर सम्मानित किया। इस मौके पर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने कहा कि ये सभी शहर और समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं, जिन्होंने कठिन परिस्थिति में अपनी चिंता छोड़कर दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए साहस दिखाया। उन्होंने युवाओं के माता-पिता की भी सराहना की और कहा कि ऐसे संस्कार ही समाज को नई दिशा देते हैं।