कारोबारी का दुर्ग तक पीछा कर घर पहुंचे आरक्षक; तलाशी के बहाने निकाले रुपए, एक आरक्षक सस्पेंड
रायपुर/दुर्ग, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ पुलिस की छवि पर सवाल खड़ा करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। रायपुर पुलिस के कर्मचारियों पर एक कारोबारी की कार से 2 लाख रुपये नकद चोरी करने का आरोप लगा है। यह पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई है, जिसके आधार पर एक आरक्षक (Constable) को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) कर दिया गया है।
क्या है पूरी घटना?
मामला रायपुर से शुरू होकर पड़ोसी जिले दुर्ग तक पहुँचा। शिकायतकर्ता कारोबारी ने बताया कि:
1. पीछा करना: कारोबारी जब रायपुर से अपनी कार से दुर्ग स्थित अपने घर जा रहे थे, तभी रायपुर पुलिस के कुछ कर्मचारी (संदेह एक आरक्षक और कुछ अन्य) उनका पीछा करते हुए दुर्ग तक पहुँचे।
2. तलाशी का बहाना: दुर्ग में कारोबारी के घर पहुँचकर, पुलिसकर्मियों ने तलाशी लेने का बहाना बनाया।
3. पैसे निकालना: तलाशी के दौरान, एक आरक्षक ने कारोबारी की कार में रखे 2 लाख रुपये नकद चुपके से निकाल लिए।
यह पूरी वारदात कारोबारी के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
VIDEO बना सबसे बड़ा सबूत, आरक्षक पर गिरी गाज
सीसीटीवी फुटेज में पुलिसकर्मी की संदिग्ध हरकत साफ दिखाई दे रही थी, जिससे चोरी की पुष्टि हुई। कारोबारी ने तत्काल फुटेज के साथ रायपुर पुलिस के उच्चाधिकारियों को शिकायत की।
• कार्रवाई: मामले की गंभीरता को देखते हुए और सबूत के आधार पर, रायपुर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
• आगे की जाँच: यह पता लगाने के लिए विभागीय जाँच शुरू कर दी गई है कि इस घटना में निलंबित आरक्षक के साथ और कौन-कौन पुलिसकर्मी शामिल थे।
यह घटना खाकी वर्दी के विश्वास को ठेस पहुंचाने वाली मानी जा रही है। उच्च अधिकारी इस मामले में और सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में हैं ताकि पुलिस की छवि को खराब होने से बचाया जा सके।