रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विधानसभा घेराव की कोशिश कर रहे दिव्यांग प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस के अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें पुलिसकर्मी दिव्यांगों को जबरन घसीटते और पुलिस वाहन में भरते हुए नजर आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, दिव्यांग संघ पिछले 100 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। सोमवार को उन्होंने विधानसभा घेराव का ऐलान किया था। लेकिन इससे पहले ही धनेली–बिलासपुर रोड पर पुलिस ने उन्हें घेर लिया और बलपूर्वक वाहनों में बैठाकर धरना स्थल तूता के लिए रवाना कर दिया।
वीडियो में दिखा पुलिस का सख्त रवैया
घटना के वायरल वीडियो में साफ दिखाई देता है कि पुलिसकर्मी दिव्यांग प्रदर्शनकारियों को जबरदस्ती खींचकर ले जा रहे हैं। व्हीलचेयर पर बैठे लोगों को भी उठाकर पुलिस वैन में डाला गया। इस बर्ताव को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
प्रदर्शनकारियों की 6 सूत्रीय मांगें:
- फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर सरकारी नौकरी पाने वालों को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
- दिव्यांग कोटे के बैकलॉग पदों पर विशेष भर्ती अभियान चलाया जाए।
- दिव्यांगों की पेंशन ₹5000 प्रति माह की जाए।
- बीपीएल की अनिवार्यता समाप्त की जाए।
- 21 वर्ष से अधिक अविवाहित दिव्यांग महिलाओं को महतारी वंदन योजना में शामिल किया जाए।
- 3% पदोन्नति आरक्षण के पालन के लिए परिपत्र जारी किया जाए।
मानवाधिकार संगठनों ने की निंदा
घटना को लेकर मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के साथ ऐसा व्यवहार पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, और सरकार को जल्द उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल करनी चाहिए।