रायपुर। पंडरी-मोवा क्षेत्र की रहने वाली मेडिकल छात्रा पाखी वर्मा एक बड़े ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो गईं। ठगों ने घर बैठे ऑनलाइन टास्क देकर अच्छा मुनाफा दिलाने का लालच दिया और करीब डेढ़ महीने में छात्रा से 11.5 लाख रुपये हड़प लिए।
ऐसे रची गई ठगी की साजिश
पुलिस के मुताबिक 30 मई 2025 से छात्रा के मोबाइल पर व्हाट्सऐप मैसेज भेजे गए। उन्हें “वेलफेयर टास्क वर्क फ्रॉम होम” नामक ग्रुप से जोड़ा गया। टास्क पूरा करने के बाद स्क्रीनशॉट भेजना होता था।
- पहला झांसा : शुरू में 10 से अधिक टास्क पूरे करने पर 30 मई को 3 किस्तों में 1,850 रुपये छात्रा के खाते में भेजे गए।
- फिर बढ़ा दांव : इसके बाद अत्यधिक लाभ का लालच देकर 5 हजार रुपये जमा कराने को कहा गया। इसके बाद 15 हजार और 50 हजार रुपये भी टास्क के नाम पर जमा कराए गए।
- फाइन का बहाना : जब छात्रा टास्क कर रही थी, तब अचानक “गलती” बताकर 4.5 लाख रुपये जुर्माने के नाम पर मांगे गए।
ठग लगातार नए टास्क और भुगतान का लालच देते रहे और पाखी वर्मा उनसे बातों में उलझती चली गईं। अंततः उन्होंने अलग-अलग किश्तों में कुल 11.5 लाख रुपये संदिग्ध खातों में ट्रांसफर कर दिए।
पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट
फ्रॉड का अहसास होने पर पाखी ने पंडरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट आदर्श कॉलोनी निवासी पाखी वर्मा (पिता संतोष वर्मा) ने दर्ज कराई है। पुलिस ने साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।