रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने एक अजीबोगरीब फैसला लिया है, जिसके तहत रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों को रायपुर रेलवे स्टेशन से मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) नहीं दिया जा रहा है। यह मौखिक आदेश है, जिसके कारण रोजाना सैकड़ों यात्री एमएसटी बनवाए बिना वापस लौट रहे हैं।
इस फैसले से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। कुछ यात्रियों का कहना है कि वे मजबूरी में टीटीई को 20 रुपये देकर यात्रा करते हैं।
इस अनियमित व्यवहार की शिकायत एक यात्री ने रेल मंत्रालय से भी की है। लेकिन, अनारक्षित टिकट काउंटर पर मौजूद कर्मचारी रेल मदद से आए मैसेज को भी मानने को तैयार नहीं हैं और यात्रियों को ऑनलाइन एमएसटी बनवाने के लिए कह रहे हैं।
यात्रियों का कहना है कि ऑनलाइन एमएसटी बनवाने में उन्हें परेशानी होती है और इसमें काफी समय भी लगता है। इसके अलावा, इंटरनेट की सुविधा हर जगह नहीं होती है।
इस मनमाने फैसले से यात्रियों को नुकसान हो रहा है। उन्हें रोजाना अप-डाउन करने के लिए टिकट खरीदनी पड़ रही है, जो कि उनके लिए काफी खर्चीला है।
यह स्पष्ट नहीं है कि रायपुर रेल मंडल के किस अधिकारी ने एमएसटी न बनाने का यह मौखिक आदेश दिया है। इस मुद्दे पर रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हम इस मामले पर नज़र रखे हुए हैं और जैसे ही कोई अपडेट होगा, हम आपको तुरंत जानकारी देंगे।