रायपुर। राजधानी रायपुर में श्रद्धा और परंपरा का अनोखा संगम एक बार फिर गणेश चतुर्थी के अवसर पर देखने को मिला। रामकुण्ड उत्कल बस्ती स्थित बाल संघ गणेश उत्सव समिति द्वारा हर साल की तरह इस वर्ष भी भव्य गणेशोत्सव का आयोजन किया गया है। यह आयोजन लगातार पिछले 70 वर्षों से नियम-धर्म और प्रशंसनीय तरीके से संपन्न होता आ रहा है।
इस बार विशेष आकर्षण भगवान श्री गणेश की प्रतिमा रही, जिसे जगन्नाथ प्रभु जी के स्वरूप में स्थापित किया गया है। गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ यह दस दिवसीय महापर्व धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आगे बढ़ेगा।
भक्ति और उत्साह से भरा माहौल
गणेश स्थापना के दिन सुबह से ही भक्तों का उत्साह देखने लायक रहा। अलग-अलग प्रहर में स्थापना मुहूर्त होने से बड़ी संख्या में लोग बाजार से प्रतिमा और पूजन सामग्री खरीदते नजर आए। राजधानी की सड़कों पर भीड़ और पंडालों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं ने भक्तिमय वातावरण बना दिया।
तैयारियों में जुटी समिति
समिति के सदस्य और कार्यकर्ता उत्सव को सफल बनाने के लिए दिन-रात जुटे हैं। पंडाल की भव्य सजावट, आकर्षक प्रकाश व्यवस्था और कार्यक्रमों की तैयारी पूरी तरह से रंगत में है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखेगा उत्साह
गणेशोत्सव के दौरान प्रतिदिन भक्ति संगीत, नृत्य, नाट्य मंचन और विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। समिति का मानना है कि यह उत्सव केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक है।
रामकुण्ड उत्कल बस्ती का यह गणेशोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि भाईचारे और सामाजिक सौहार्द का संदेश भी देता है। 70 वर्षों से चल रही इस परंपरा में हर साल क्षेत्रवासी श्रद्धा और भक्ति से शामिल होकर श्री गणेश से सुख, समृद्धि और मंगल की कामना करते हैं।