रायपुर। राजधानी रायपुर में आठ साल से अधूरे पड़े स्काई वॉक प्रोजेक्ट को लेकर एक बार फिर सियासी गर्मी बढ़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार द्वारा स्काई वॉक को पूरा करने की प्रक्रिया तेज करते ही कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई। इस पर रायपुर पश्चिम के विधायक और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
प्रेस वार्ता में मूणत ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को न तो तकनीकी जानकारी है और न ही विकास की समझ। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को पहले टेक्निकल रिपोर्ट पढ़नी चाहिए, फिर बयान देना चाहिए। सिर्फ राजनीति के लिए विरोध करना दुर्भाग्यपूर्ण है।”
मूणत ने गिनाई स्काई वॉक प्रोजेक्ट की पूरी कहानी
राजेश मूणत ने बताया कि 2016-17 में स्काई वॉक प्रोजेक्ट के लिए सर्वे कराया गया था, जिसमें आम जनता, महापौर, सभापति और विधायकों की राय भी ली गई थी। इसके बाद 17 दिसंबर 2017 को काम की शुरुआत की गई।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में इस प्रोजेक्ट को जानबूझकर रोका गया। तीन जांच कमेटियां बनाई गईं—एक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में, दूसरी कलेक्टर के नेतृत्व में। कलेक्टर एस. भारतीदासन ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा था कि स्काई वॉक पूरा होना चाहिए। फिर भी कांग्रेस सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया।
EOW की जांच में भी नहीं मिला भ्रष्टाचार
राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस ने इस प्रोजेक्ट पर ईओडब्ल्यू जांच बैठाई थी, जिसमें क्लीन चिट मिल चुकी है कि किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हुआ। “कांग्रेस कहती है कि 104 करोड़ खर्च हो गए, लेकिन इसका कोई आधार नहीं है,” मूणत ने कहा।
साय सरकार कर रही है काम को पूरा
मूणत ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने स्काई वॉक पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की है और बचे हुए 37 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल चुकी है।
“कांग्रेस को जनता ने नकारा”
अंत में मूणत ने कहा, “भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है। भाजपा की कार्यपद्धति पर जनता को भरोसा है। अब रायपुर को आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में स्काई वॉक का कार्य शीघ्र पूर्ण होगा।”