महासमुंद: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर महासमुंद जिला जेल में भावुक दृश्य देखने को मिले। चार साल बाद एक बार फिर बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। वैश्विक महामारी के कारण दो साल तक इस पर रोक लगी थी, लेकिन इस बार जेल प्रशासन ने बहनों को भाइयों से मिलने का मौका दिया।
जिला जेल में सौ से अधिक कैदी और बंदी बंद हैं। इनमें से कई की बहनें रक्षाबंधन के मौके पर जेल पहुंचीं। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। इस दौरान कई भाई-बहन भावुक होकर एक-दूसरे के गले मिले।
महिला आरक्षक ने निभाई बहन की भूमिका एक बंदी की बहन राखी बांधने नहीं आ सकी थी। इस बात से वह काफी दुखी था। वहां उपस्थित एक महिला आरक्षक ने उसकी भावनाओं को समझा और उसकी कलाई पर राखी बांधकर उसे बहन का प्यार दिया।
जेल प्रशासन का प्रयास जेल प्रशासन ने इस आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जेल प्रशासन का मानना है कि इस तरह के आयोजन से बंदियों में मानवीय मूल्यों का विकास होता है और वे समाज में मुख्य धारा में जुड़ने के लिए प्रेरित होते हैं।