रायपुर: कल से सावन महीने की शुरुआत हो रही है और इस बार सावन महीने की शुरुआत और समापन दोनों सोमवार को होंगे। इस अवसर पर मंदिरों में भव्य तैयारियां की गई हैं।
महादेव घाट के गंदे पानी में स्नान करने को लेकर महादेव के भक्त परेशान हैं क्योंकि खारुन नदी में नाले का पानी मिल रहा है। भक्तों का कहना है कि नदी उनकी आस्था से जुड़ी हुई है और मंदिर आने से पहले वे इसी नदी घाट में स्नान करते हैं। नाले का गंदा पानी मिलने से स्नान करना मुश्किल हो जाता है। कई बार नगर निगम में शिकायत करने के बावजूद नदी की सही तरीके से सफाई नहीं हो रही है, जिससे भक्तों को स्नान करने से पहले कई बार सोचना पड़ता है।
रायपुर के प्राचीन हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर में हर साल भक्तों की आस्था का जनसैलाब देखने को मिलता है। जिस तरह उज्जैन के महाकाल के दर्शन का महत्व है, उसी तरह छत्तीसगढ़ में हटकेश्वरनाथ के दर्शन का महात्म्य है। इस मंदिर को छत्तीसगढ़ का मिनी काशी भी कहा जाता है। सावन के विशेष मौके पर भगवान भोलेनाथ का विशेष श्रृंगार किया जाता है।
मंदिर में भीड़ को देखते हुए भक्तों के लिए प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं। मंदिर में भक्तों की एंट्री मेन गेट से होगी और दर्शन के बाद भक्त दक्षिण द्वार पर स्थित पिछले गेट से बाहर निकल सकेंगे।