रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीएड डिग्रीधारी बर्खास्त शिक्षकों की समस्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक ओर सरकार की उदासीनता है, तो दूसरी ओर नवा रायपुर के तूता धरनास्थल पर शिक्षकों को अमानवीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। बीती रात एक शिक्षिका को बिच्छू ने डंक मार दिया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, धरने पर बैठी शिक्षिका प्रिया मंडावी को रात करीब डेढ़ बजे बैस भवन में सोते समय बिच्छू ने काट लिया। उसकी चीख-पुकार सुनकर अन्य शिक्षक मौके पर पहुंचे और तुरंत मदद के लिए 112 पर कॉल किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में साथी शिक्षकों ने उन्हें मोटरसाइकिल से अभनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। स्थिति गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें अंबेडकर अस्पताल रेफर किया, जहां वे अभी भी गंभीर हालत में भर्ती हैं।
धरनास्थल पर पहले भी सांप और बिच्छू निकलने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे वहां ठहरे शिक्षकों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषकर बस्तर और सरगुजा संभाग से आईं 150 से ज्यादा महिला शिक्षक चार कमरों में बदहाल हालात में रहने को मजबूर हैं।
अव्यवस्था चरम पर
धरनास्थल पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। शिक्षकों का आरोप है कि पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था बेहद खराब है। उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।