कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (SECL) की कुसमुंडा खदान में नियमों के उल्लंघन के साथ हैवी ब्लास्टिंग किए जाने का मामला सामने आया है। बताया गया कि सुबह 8:15 बजे ब्लास्टिंग की गई, जबकि नियमों के अनुसार ब्लास्टिंग का समय दोपहर 2:00 बजे निर्धारित है। इसके अलावा ब्लास्टिंग के दौरान 3 किलोमीटर के दायरे को खाली कराया जाना चाहिए था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा नहीं किया गया।
जटराज, सोनपुरी, पाली पडनिया और आसपास के गांवों पर इसका सीधा असर पड़ा। गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई और अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
ग्रामीणों का आरोप है कि एसईसीएल ने उनकी जमीन अधिग्रहित कर ली है, लेकिन अब तक उन्हें मुआवजा, नौकरी और पुनर्वास (बसाहट) उपलब्ध नहीं कराया गया है। कई गांवों के लोग अपनी जमीनें खाली नहीं कर पाए हैं और अपनी मांगों को लेकर लगातार डटे हुए हैं।