एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने आयोजित की पदयात्रा, छत्तीसगढ़ी भाषा को संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए एकजुट होंगे लोग

रायपुर : एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के तत्वधान मे 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधानिक अधिकार दिलाने के लिए ‘जुरियाव सकलाव अउ छत्तीसगढ़ी के मान बढ़ाव’ पदयात्रा का आयोजित हैं। एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया छत्तीसगढ़ी को राजभाषा बने 17 वर्ष हो गए फिर भी आज तक न तो पढ़ाई हो रही हैं न ही भाषा में कोई काम काज हो रही है। जबकि छत्तीसगढ़ी भाषा मे पढ़ाई – लिखाई हमारा संविधानिक अधिकार है, मातृभाषा सविधान के अनुच्छेद 350(क ) के अंतर्गत यहां पठन – पाठन होना चाहिए। पर अब तक छत्तीसगढ़ी भाषा स्कूली शिक्षा से दूर है, इसे स्कूलों मे चालू कराने और छत्तीसगढ़ी को पूर्ण राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए भाषाई संगठन एम. ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन द्वारा उक्त आयोजन किया जा रहा है।

अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ी भाषा को उचित मान – सम्मान दिलाने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या मे लोगो को आने की अपील की है ताकि जन सैलाब के द्वारा छत्तीसगढ़ी को पूरा मान सम्मान प्राप्त हो सके। यात्रा सुबह 10 बजे वीर नारायण सिंह प्रतिमा जय स्तम्भ चौक से निकल कर मुख्यमार्ग से घासीदास चौक, छत्तीसगढ़ महतारी प्रतिमा होते हुए तेलीबांधा तालाब के पास सभा के रूप मे समापन होंगी।कार्यक्रम मे एम. ए. छत्तीसगढ़ी डिग्री धारियों के आलावा, पत्रकार, साहित्यकार, भाषा विद और कलाकारों की उपस्थिति रहेगी।

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