कबीरधाम जिले में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के प्रयासों से न केवल नक्सली मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं, बल्कि वे अब शिक्षा में भी रुचि दिखा रहे हैं। 2021 में आत्मसमर्पण करने वाले दंपति लिबरू उर्फ दिवाकर और लक्ष्मी दिवाकर ने 12 साल बाद 10वीं की ओपन परीक्षा दी और इसमें सफलता हासिल की।
लिबरू, जो कभी 14 लाख का इनामी नक्सली था, अब मुख्यधारा में शामिल होकर खुशहाल जीवन जी रहा है। वह पुलिस में नौकरी करना चाहता है।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दंपति को वीडियो कॉल के माध्यम से बधाई दी और पुलिस अधीक्षक को पुनर्वास योजना का विस्तार करने का निर्देश दिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए पुनर्वास योजना के तहत उन्हें मकान के लिए जमीन और पैसे दिए जाते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि इस साल वनांचल में 200 बैगा युवक-युवतियों को भी ओपन परीक्षा का फॉर्म भरवाया गया था, जिनमें से 140 ने परीक्षा पास की है।
यह घटना नक्सलियों के मुख्यधारा में आने और शिक्षा के प्रति बढ़ती जागरूकता की प्रेरणादायक कहानी है।
यह पुलिस और सरकार के प्रयासों की सफलता को भी दर्शाता है जो नक्सलियों के पुनर्वास और उन्हें बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।