रायपुर। छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता बोनस घोटाले को लेकर सियासत एक बार फिर उबाल पर है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार और खास तौर पर वन मंत्री केदार कश्यप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बैज ने दावा किया कि इस घोटाले में सिर्फ अधिकारी ही नहीं, बल्कि मंत्री भी शामिल हैं और उन्हें इस घोटाले से मोटा कमीशन मिला है।
दीपक बैज ने कहा कि वन मंत्री बस्तर क्षेत्र से आते हैं, जहां तेंदूपत्ता की सबसे ज्यादा खरीदी होती है और गड़बड़ी भी वहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वह खुद इसमें शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जब कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया, तो मामले को भटकाने के लिए छापेमारी शुरू की गई। खास तौर पर उन्होंने CPI नेता मनीष कुंजाम के घर पड़े छापे को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा तेंदूपत्ता के माध्यम से आदिवासियों के हक पर डाका डाल रही है।
ACB-EOW की छापेमारी
10 अप्रैल को ACB-EOW की 10-13 अधिकारियों की टीम ने सुकमा जिले में 9 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। जिन पर कार्रवाई हुई उनमें शामिल हैं:
- CPI नेता मनीष कुंजाम
- कोंटा प्रबंधक मो. शरीफ खान
- पालाचलमा प्रबंधक सीएच वेंकट
- फूलबगड़ी प्रबंधक राजशेखर पुराणिक
- जगरगुंडा प्रबंधक रवि गुप्ता
- मिशिगुडा प्रबंधक राजेश आयतु
- एर्राबोर प्रबंधक मितेंद्र सिंह राजू
- पेदाबोडकेल प्रबंधक सुनील
- जग्गावरम प्रबंधक मनोज कवासी
इसके साथ ही आज सुकमा के दोरनापाल में एक वनकर्मी के घर पर भी ACB-EOW की कार्रवाई हुई।
पहले भी हुई कार्रवाई
इससे पहले DFO अशोक पटेल को घोटाले में लिप्त पाए जाने के बाद निलंबित किया जा चुका है। वहीं रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर में भी ACB-EOW की टीमें छापेमारी कर चुकी हैं। फिलहाल मामले की जांच जारी है।