छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां, सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, कई मृत लोग “जीवित” हैं और न केवल वेतन प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का भी लाभ उठा रहे हैं। यह मामला तब सामने आया जब कुछ ग्रामीणों को पता चला कि उनके मृत परिजनों को अभी भी मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों के रूप में दिखाया जा रहा है और उन्हें मजदूरी भी दी जा रही है।
इस मामले का खुलासा होते ही मजदूरों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने इस घोटाले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मजदूरों ने प्रशासनिक अधिकारियों को इस मामले की शिकायत भी की है।
जिला प्रशासन ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने का वादा किया है। जांच में पता चला है कि कुछ सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से यह घोटाला हुआ है।
यह मामला सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही को उजागर करता है। यह निश्चित रूप से एक गंभीर मुद्दा है और इसके लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।