गरियाबंद : छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में इन दिनों हाथियों का आतंक बढ़ गया है। पांडुका वन परिक्षेत्र के ग्राम तौरेंगा और सांकरा के आसपास तीन दंतैल हाथियों के समूह ने किसानों की फसलों को नष्ट कर दिया है, जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। वहीं, मैनपाट वन परिक्षेत्र में 11 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जिससे सैलानियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है।
पांडुका में किसानों की चिंता बढ़ी
पांडुका वन परिक्षेत्र में इन तीन दंतैल हाथियों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। उन्होंने खेतों में लगी फसलों को तबाह कर दिया है। इससे किसानों की आय पर गहरा असर पड़ा है और वे बेहद चिंतित हैं। वन विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास के आधा दर्जन गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और हाथियों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
मैनपाट में सैलानियों पर खतरा
मैनपाट वन परिक्षेत्र में घूम रहे 11 हाथियों के दल ने पर्यटकों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। यह दल मैनपाट के प्रसिद्ध टाइगर प्वाइंट तक पहुंच गया है, जहां कई सैलानी हाथियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। हालांकि, वन विभाग अभी तक हाथियों को नियंत्रित करने में सफल नहीं हुआ है।
वन विभाग की चुनौतियां
वन विभाग हाथियों के इस आतंक से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। विभाग के कर्मचारी हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं और स्थानीय लोगों को सचेत कर रहे हैं। लेकिन हाथियों को नियंत्रित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है।