छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के मरवाही जंगल, जिन्हें भालू लैंड के नाम से जाना जाता है, इन दिनों मादा बाघ की मौजूदगी से चर्चा में हैं। बीते दो दिनों से मादा बाघ की दहाड़ से जंगल गूंज रहे हैं। परासी गांव में एक किसान की बैंगन की फसल के बीच इस बाघिन को देखा गया, जिसके बाद वन विभाग सतर्क हो गया है।
ड्रोन से ली गई तस्वीरमरवाही वनमंडल ने आज ड्रोन के माध्यम से बाघ की तस्वीर ली, जिसमें उसे जंगल में आराम करते देखा गया। हालांकि, मादा बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों में डर का माहौल है।वन विभाग की सतर्कतामरवाही वनमंडल के डीएफओ रौनक गोयल और वन विभाग की टीम मादा बाघ की हर गतिविधि पर नजर रख रही है। ग्रामीणों को जंगल की ओर न जाने और सतर्क रहने की अपील की गई है। साथ ही, अचानकमार टाइगर रिजर्व से वाइल्डलाइफ विशेषज्ञ और डॉक्टर्स की टीम भी मौके पर मौजूद है।अनूपपुर से आई बाघिन की संभावनाजानकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले अनूपपुर वनमंडल के अमरकंटक जंगल में बाघ की मौजूदगी देखी गई थी। संभावना है कि यह बाघिन वहीं से भटकते हुए नए क्षेत्र की तलाश में मरवाही के जंगलों तक पहुंची है।