वैसे तो प्यार में लोगो का हर दिन खुशनुमा होता है. लेकिन फ़रवरी का महिना प्रेमी जोड़ों के लिए मानो एक त्यौहार सा है। क्योंकि इस महीने में आता है प्यार का हफ्ता यानी वेलेंटाइन वीक। और आज प्यार के इस ख़ास हफ्ते का दूसरा दिन है। प्रापोज डे, यानी प्यार के इज़हार का दिन। लेकीन क्या आप जानते हैं कि इज़हार-ए-ईश्क के लिए इस ख़ास दिन को क्यों चुना गया ..?? चलिए हम आपको बताते हैं।
प्रपोज डे का इतिहास
प्रपोज डे का इतिहास निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि इसकी शुरुआत वैलेंटाइन वीक के एक भाग के रूप में हुई थी, जो सदियों से मनाया जाता रहा है।कुछ लोगों का मानना है कि प्रपोज डे की शुरुआत 1477 में हुई थी जब ऑस्ट्रियाई आर्कड्यूक मैक्सिमिलियन ने मैरी ऑफ बरगंडी को हीरे की अंगूठी देकर प्रपोज किया था।
एक अन्य कहानी 1816 में प्रिंसेस चार्लोट से जुड़ी है, जिन्होंने अपने होने वाले पति को प्रपोज किया था। बता दें की यह दिन 19वीं शताब्दी में लोकप्रिय हुआ, जब वैलेंटाइन डे मनाने का चलन बढ़ने लगा।आज, प्रपोज डे दुनिया भर में मनाया जाता है, खासकर युवाओं के बीच।यह दिन उन लोगों के लिए एक विशेष अवसर है जो अपने प्यार का इजहार करना चाहते हैं।