शिक्षा में डिजिटल क्रांति: प्रधानमंत्री मोदी करेंगे ‘विद्या समीक्षा केंद्र’ की शुरुआत

रायपुर। देशभर के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ली जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को बिलासपुर से ‘विद्या समीक्षा केंद्र’ (VSK) की शुरुआत करेंगे। इस केंद्र के जरिए विद्यार्थियों, शिक्षकों और शिक्षा विभाग की योजनाओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) कैसे करेगा काम?

  • AI आधारित निगरानी: शिक्षकों और विद्यार्थियों की दैनिक उपस्थिति, मध्यान्ह भोजन, छात्रवृत्ति, पाठ्यपुस्तकों और साइकिल वितरण की ऑनलाइन निगरानी होगी।
  • शिक्षा योजनाओं की पारदर्शिता: सरकार की हितग्राही योजनाओं की जानकारी विद्यार्थियों, पालकों और शिक्षकों को आसानी से मिलेगी।
  • स्कूलों की निगरानी: स्कूलों की मूलभूत संरचना, मरम्मत और संसाधनों की उपलब्धता की रियल-टाइम मॉनिटरिंग होगी।

मोबाइल एप से होगी हाजिरी

VSK के तहत शिक्षकों को मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। जब वे स्कूल में पहुंचेंगे तो मोबाइल पर ही उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे। इसी तरह छात्रों की हाजिरी भी डिजिटल तरीके से दर्ज की जाएगी। अनुपस्थित विद्यार्थियों की जानकारी रियल-टाइम अपडेट होगी।

AI असिस्टेंट ‘विद्या’ करेगी मदद

विद्या समीक्षा केंद्र में तैयार AI असिस्टेंट ‘विद्या’ से शिक्षा विभाग को स्कूलों की स्थिति, शिक्षकों की संख्या, स्थानांतरण नीति और मरम्मत बजट जैसी जानकारियां मिनटों में मिल सकेंगी। इसके आधार पर शिक्षा नीति बनाई जाएगी।

टोल-फ्री नंबर से मिलेगी सहायता

शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों की शिकायतों के समाधान के लिए एक कॉल सेंटर और टोल-फ्री नंबर जारी किया जाएगा। IIT भिलाई के छात्रों द्वारा विकसित इस सिस्टम का तीन महीने का सफल ट्रायल हो चुका है, जिसमें 80,000 से अधिक कॉल कर फीडबैक लिया गया है।

56 लाख विद्यार्थियों पर सीधा असर

इस नई व्यवस्था से छत्तीसगढ़ के 56,080 स्कूलों के 56,12,889 विद्यार्थियों और 2.6 लाख शिक्षकों की निगरानी संभव होगी। यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी में है।

You May Also Like

More From Author