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छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर युवाओं का आंदोलन

रायपुर : छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षित डीएड और बीएड संघ द्वारा शिक्षक भर्ती और युक्तियुक्तकरण को निरस्त करने समेत 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों शिक्षित बेरोजगार युवा नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर एकत्रित होकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री को पत्र

संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल्द से जल्द अपनी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। पत्र में संघ ने प्रदेश भर के स्कूलों में रिक्त शिक्षकों के हजारों पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र प्रारंभ करने की मांग की है। संघ का कहना है कि लाखों डीएड और बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी लंबे समय से भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

चुनावी वादों का हवाला

पत्र में संघ ने विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री की पार्टी के घोषणा-पत्र में 57,000 शिक्षकों की भर्ती का वादा करने का उल्लेख किया है। संघ का कहना है कि इस आश्वासन पर भरोसा करते हुए प्रशिक्षित बेरोज़गारों ने पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान किया था। इसके अलावा, संघ ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा विधानसभा के प्रथम सत्र के दौरान 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा का भी जिक्र किया है।

संघ की 10 सूत्रीय मांगे

संघ ने मुख्यमंत्री के समक्ष 10 सूत्रीय मांगें रखी हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  1. रिक्त पदों पर भर्ती: प्रदेश के स्कूलों में रिक्त 33 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द प्रारंभ की जाए।
  2. विषयवार भर्ती: शिक्षक/वर्ग-02 की भर्ती विषयवार हो।
  3. युक्तियुक्तकरण निरस्त: युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूलों को बंद किए जाने का सरकार का फैसला निरस्त किया जाए।
  4. 2008 का सेटअप: स्कूल शिक्षा विभाग के 2008 के सेटअप को यथावत रखते हुए नई भर्तियों की कार्यवाही पूर्ण की जाए।
  5. लाइब्रेरियन और व्याख्याता पद: प्रदेश में लाइब्रेरियन के 1844 पदों और कला संकाय के व्याख्याता के पदों पर भर्ती की जाए।
  6. व्यायाम और कृषि शिक्षक: प्रदेश के स्कूलों में व्यायाम शिक्षक और कृषि शिक्षक के रिक्त पदों पर भर्ती की जाए।
  7. आरक्षित वर्ग को छूट: आगामी शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग को 5% की छूट प्रदान की जाए।
  8. छत्तीसगढ़ी में पीजी डिप्लोमा धारक: प्रदेश के स्कूलों में छत्तीसगढ़ी में पीजी डिप्लोमा धारियों के लिए पद सृजित किए जाएं।
  9. उम्र में छूट: समय पर भर्ती न होने के कारण ओवरएज हो रहे अभ्यर्थियों को उम्र में अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए।
  10. पात्रता परीक्षा: छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल द्वारा वर्ष में दो बार शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की जाए।

युवाओं में रोष

लंबे समय से भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे युवाओं में इस आंदोलन के कारण रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि सरकार ने चुनावी वादे पूरे नहीं किए हैं और शिक्षकों की भर्ती में देरी कर रही है।

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