रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन छेड़ने की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार ने जनता पर बिजली दरें बढ़ाकर एक बार फिर बोझ डाल दिया है।
बैज ने आरोप लगाया कि सरकार ने घरेलू बिजली में 10 से 20 पैसे, गैर-घरेलू उपभोग में 25 पैसे, और सबसे अधिक कृषि पंपों पर 50 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की है। उन्होंने कहा कि पहले से ही खाद, बीज और बिजली कटौती से परेशान किसानों की अब कमर तोड़ने का काम सरकार कर रही है।
कांग्रेस का आंदोलन कार्यक्रम
- 15 से 17 जुलाई: राज्यभर के सभी ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन
- 22 जुलाई: जिला मुख्यालयों में बिजली दफ्तरों का घेराव
- इससे पहले सभी जिलों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे
आंकड़ों से हमला
दीपक बैज ने कहा कि वर्ष 2003 से 2018 के बीच भाजपा की रमन सरकार ने बिजली दरों में 94% तक की वृद्धि की थी।
- 2003-04: ₹3.30 प्रति यूनिट
- 2017-18: ₹6.40 प्रति यूनिट
- कांग्रेस सरकार (2018-2023) के दौरान मात्र 2 पैसे की कुल वृद्धि हुई, जो अब तक की सबसे कम बढ़ोतरी रही है।
- भाजपा की वर्तमान सरकार के डेढ़ साल में 80 पैसे (13%) की वृद्धि दर्ज की गई है।
बिजली बिल हॉफ योजना की याद
बैज ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में 65 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिजली बिल हॉफ योजना के तहत राहत दी थी।
- किसानों को 5 HP तक फ्री बिजली,
- BPL परिवारों को 40 यूनिट तक मुफ्त बिजली,
- अस्पतालों और उद्योगों को सब्सिडाइज्ड दरों पर बिजली उपलब्ध कराई गई थी।
“भ्रष्टाचार और बकाया का बोझ जनता पर”
बैज ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में:
- नेता और अधिकारी एसी का उपयोग कर रहे, लेकिन सरकारी विभागों का बिजली बिल बकाया
- बिजली चोरी और लाइन लॉस में वृद्धि
- जनता से जबरन वसूली करके घाटा पूरा किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण बिजली उत्पादन की लागत में इजाफा हुआ है।
- ग्रीन टैक्स चार गुना,
- रेल मालभाड़ा महंगा,
- महंगे कोयले की खरीद,
- डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि जैसी वजहों से बिजली महंगी हो रही है।
वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी
पत्रकारवार्ता में धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, छाया वर्मा, सुशील आनंद शुक्ला, विकास उपाध्याय, एजाज ढेबर, धनंजय ठाकुर, सुरेंद्र वर्मा, नितिन भंसाली, अजय गंगवानी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।