अजीत जोगी की प्रतिमा पर गरमाया विवाद: बिना अनुमति लगी मूर्ति हटाने का आदेश

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर गौरेला में विवाद गहराता जा रहा है। मामला ज्योतिपुर चौक का है, जहां ठेकेदार गणेश कंस्ट्रक्शन ने चबूतरा और गार्डन निर्माण के साथ ही अजीत जोगी की प्रतिमा भी स्थापित कर दी। जबकि नगर पालिका द्वारा केवल चबूतरा और गार्डन निर्माण का ही वर्क ऑर्डर दिया गया था, प्रतिमा स्थापना की अनुमति नहीं दी गई थी।

इस अनधिकृत कार्य पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) नारायण साहू ने ठेकेदार को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर प्रतिमा हटाने का निर्देश दिया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि आदेश की अवहेलना पर कार्रवाई की जाएगी।

CMO का कहना है कि अप्रैल में नगर पालिका परिषद की बैठक में इसी स्थल पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था, न कि अजीत जोगी की।

वहीं इस निर्णय का विरोध करते हुए पार्षद रियाज कुरैशी ने कहा कि अजीत जोगी इस माटी के बेटे हैं और उन्होंने इस क्षेत्र का नाम देश-विदेश में रोशन किया है। “प्रतिमा हटाया जाना जनभावनाओं के खिलाफ होगा,” उन्होंने कहा। उनका दावा है कि पहले जारी टेंडर में जोगी की प्रतिमा लगाने की बात भी शामिल थी।

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